विश्व नारी दिवस : नर और नारी एक दुसरे के पूरक, एक नारीत्व ऐसा भी
- अभिमत
- 08 Mar 2021
संभुक, सिक्किम: सिक्किम के संभुक नामक गाँव में एनटीपीसी रम्मम ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह के चलते संभुक की ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार और उसे रोकने के लिए किए जाने वाले कानूनी तरीकों वहां जमा हुए लोगों को अवगत कराया।
READ MOREचुभती जलती गर्मिओं का मौसम अब आने वाला है। और आप AC भी चलाएंगे। पर क्या आपको ज्ञात है कि आप अंजाने में ह्यपोथेरमिया जैसे रोग का शिकार हो रहे हैं। क्या है AC चलाने का सही तरीका।
READ MOREइक्कीसवी सदी में नस्लवाद की ऐसी निर्मम घटना ने कोरोना संकट के मध्य में अनेक प्रश्न खड़े कर दिए हैं| आधुनिक अमेरिका में ऐसी घटनाएँ अश्वेतों के समान अधिकारों पर आघात है, जिसे पाने के लिए सदियों तक अथक संघर्ष किया गया| पर क्या श्वेतों के जीवन का कोई महत्व नहीं? अमेरिका में हो रहे दंगे विदेशी नक्सलवाद का जीता जागता उदाहरण है|
READ MOREपाश्चात्य सभ्यता के रंग में डूबे, स्वयं को पुरूष से श्रेष्ठ साबित करने की होड़ और द्वंद्व ने समाज और स्त्री दोनों को ही पतित कर दिया। नहीं तो ऐसा क्या हो गया कि यत्र नार्यस्तु रमन्ते तत्र देवता और जननी जन्मभूमिस्च स्वर्गाद्यापी गरीयसी की भूमि को पितृसत्तात्मक कह दिया जाता है? स्त्री और पुरुष दोनों समाज की एक धुरी हैं, दंभ में आकर समूल नष्ट न करें।
READ MOREरहमत अली ने लिखा था कि यह धारणा ‘एक सफेद झूठ’ है कि भारत एक राष्ट्र है। उसने नारा दिया कि उत्तर-पश्चिम भारत के उन प्रांतों-पंजाब, कश्मीर, सिंध, सीमा प्रांत और बलूचिस्तान—को मिलाकर, जहाँ मुसलमानों का बहुल है, एक मुस्लिम राष्ट्र का निर्माण किया जाए। उन्होंने कसम खाई थी—‘हम हिंदुस्तान को बँटवा देंगे या फिर हिंदुस्तान को तबाह कर देंगे?' अचानक भारत के सामने गृहयुद्ध का वही भयानक दृश्य उभरने लगा जिससे दुखी होकर गाँधी नोआखाली के जंगलों में भटक रहे थे।
READ MOREकार्टूनिस्ट बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना ने तब सारी मर्यादाएँ लांघ दी, सारे सिद्धांत तोड़ दिए, जब एक कार्टून बनाने मात्र से गुंडे भेज कर एक पूर्व नेवी अफसर को मारा पिटा गया। किसने सोचा था कि हिन्दू ह्रदय सम्राट की शिवसेना के नाक के नीचे 3 साधुओं को पुलिस के सामने मौत के घाट उतार दिया जाएगा और सरकार 90 दिन के बाद चार्जशीट भी दायर नहीं करेगी। किसने सोचा था कि यही शिवसेना बॉलीवुड के ड्रग माफियाओं और कातिलों को बचाने के लिए पूरा सिस्टम झोंक देगी? शिवसेना मराठी अस्मिता को और कितना चोट करना चाहती है?
READ MOREउत्साही लोगों की एक टीम डिजिटल दुनिया में उत्तरदायी समाचार और नवीनतम अपडेट ला रही है
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